अपनी💞 ज़िंदगी💔 के 💖कुछ💜 अलग 💔ही 💛उसूल ❤हैं;💕 दोस्ती ❣की💙 खातिर ❤हमें💗 काँटे 💚भी☮ क़बूल 💜हैं💖; हँस 💛कर 💝चल💘 देंगे💝 काँच 💙के💚 टुकड़ों💗 पर 💔भी; ❣अगर 💗दोस्त ❤कहे💔 कि ❤यह💗 दोस्ती 💔में 💖बिछाये ❤फूल💗 हैं। 💔
ARohi